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मौलाना आजाद शिक्षा फाउंडेशन के लिए सहायता अनुदान (MAEF)


मौलाना आजाद शिक्षा प्रतिष्ठान की स्थापना सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत पंजीकृत एक स्वैच्छिक, अराजनीतिक, गैर-लाभ प्राप्तकर्ता सोसायटी के रूप में वर्ष 1989 को हुई थी।
लक्ष्य एवं उद्देश्य:
मौलाना आजाद शिक्षा प्रतिष्ठान का मुख्य उद्देश्य विशेषकर शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े अल्पसंख्यकों के लाभार्थ तथा सामान्यतः कमजोर वर्गों के लिए शैक्षिक योजनाएं तैयार करना और उन्हें कार्यान्वित करना है, ताकि आवासीय स्कूलों, विशेषकर छात्राओं के लिए, की स्थापना की जा सके और उन्हें आधुनिक शिक्षा सुलभ कराने के साथ-साथ अनुसंधान को बढ़ावा दिया जा सके और शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े अल्पसंख्यकों के लाभ से जुड़े अन्य प्रयासों को प्रोत्साहित किया जा सके।
योजनाओं के ब्यौरे
मौलाना आजाद शिक्षा प्रतिष्ठान की योजनाएं मुख्यतः दो प्रकार की हैं, अर्थात् छात्राओं पर विशेष जोर देते हुए विद्यालयों/ छात्रावासों/ तकनीकी/व्यावसायिक शिक्षा केन्द्रों के निर्माण और विस्तार हेतु गैर-सरकारी संगठनों को सहायता-अनुदान तथा मेधावी छात्राओं को छात्रवृत्तियां । इस प्रतिष्ठान द्वारा संचालित विभिन्न योजनाएं इस प्रकार हैं –

  • विद्यालयों/आवासीय विद्यालयों/कॉलेजों की स्थापना/विस्तार हेतु वित्तीय सहायता;
  • प्रयोगशाला उपकरण तथा फर्नीचर आदि की खरीद के लिए वित्तीय सहायता;
  • व्यावसायिक/तकनीकी प्रशिक्षण केन्द्र/संस्थानों की स्थापना/सुदृढ़ीकरण के लिए वित्तीय सहायता;
  • छात्रावास भवन के निर्माण के लिए वित्तीय सहायता;
  • मेधावी छात्राओं के लिए मौलाना आजाद राष्ट्रीय छात्रवृत्ति;
  • मौलाना अब्दुल कलाम आजाद साक्षरता पुरस्कार;
  • समग्र निधि
    मौलाना आजाद शिक्षा प्रतिष्ठान अपनी योजनाओं का कार्यान्वयन अपनी समग्र निधि पर अर्जित ब्याज राशि से कर रहा है, जो इसकी आय का मुख्य स्रोत है। प्रतिष्ठान को समग्र निधि योजनागत सहायता स्वरूप उपलब्ध करायी गई है। प्रतिष्ठान की समग्र निधि वर्ष 2006-07 में 100 करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 1249.00 करोड़ रुपये हो गई है।

    वर्तमान वर्ष की उपलब्धियां
    प्रतिष्ठान ने अपने गठन के समय से लेकर देश भर में 1548 गैर-सरकारी संगठनों को विद्यालयों/कॉलेजों/बालिका छात्रावासों/पॉलीटेक्नीकों/औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के निर्माण/विस्तार के लिए तथा उपकरण/मशीनरी/फर्नीचर आदि की खरीद के लिए 199.73 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं तथा 230744 छात्राओं को 274.72 करोड़ रुपये राशि की छात्रवृत्तियां संवितरित की हैं।
    मौजूदा योजना अवधि के दौरान वर्ष-वार उपलब्धियों के ब्यौरे अनुलग्नक-I.पर हैं।

    कार्यनिष्पादन एवं सांख्यिकी